ऑल इंडिया प्रेस एसोसिएशन AIPA
शनिवार को ओडिशा के कटक जिले में मंडल प्रभारी 75 वर्षीय कुलमणि बराल अपने 80 वर्षीय सहयोगी दिव्य सिंह बराल के साथ मोटरसाइकिल से घर की ओर लौट रहे थे। बीच रास्ते में ही अपराधियों ने घात लगाकर दोनों की हत्या कर दी। इससे दोनों के चेहरे और छाती पर गंभीर चोटें आई थी।
ओडिशा के कटक जिले में हुई भाजपा नेता के हत्या के मामले में पुलिस ने राज्य के कानून मंत्री प्रताप जेना सहित 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बीते शनिवार को भाजपा नेता कुलमणि बराल और उनके सहयोगी दिव्य सिंह बराल की हत्या कर दी गयी थी। कुलमणि बराल की हत्या के बाद भाजपा ने सत्तारुढ़ बीजू जनता दल पर प्रतिशोध की राजनीति करने का आरोप लगाया था और कहा था कि बीजेडी भी तृणमूल कांग्रेस की तरह हो गयी है।
कुलमणि बराल के बेटे रमाकांत ने 13 लोगों के खिलाफ एफ़आईआर दर्ज करते हुए कहा कि उनके पिता कटक जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना में हो रही धांधली के खिलाफ आवाज उठा रहे थे। जिसकी वजह से उनके जान का खतरा बना हुआ था। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में भी की थी लेकिन कोई भी एक्शन नहीं लिया गया। साथ ही रमांकांत ने यह भी बताया कि उन्होंने जिन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है वे लोग ही 2018 दिसंबर में हुए बीजेपी नेता विकास जेना की हत्या के साजिशकर्ता थे। लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस की तरफ से कोई कारवाई नहीं की गयी। अगर समय रहते कारवाई की जाती तो मेरे पिता बच जाते।हालाँकि कानून मंत्री प्रताप जेना ने अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को निराधार और बेबुनियाद बताया है और कहा है कि वह इसकी जांच कराएँगे और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कारवाई करेंगे। कटक ग्रामीण एसपी ने कहा है कि इस मामले की जाँच के लिए छह टीम बनाई गयी है।
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